शुक्रवार, 12 जुलाई 2013

काहे का बुरा !!!



बड़ी उम्मीद से मैंने मुलाकात की
बड़ी बेशर्मी से उसने बात की
सारी बातों और बातों को इशारे में एक शर्त है,
मुझे,
उसकी सारी बातें अच्छी लगनी चाहिए
और मेरी कोई भी बात
उसे बुरी लग सकती है...
उसने फिर इशारे में कहा
बड़ी उम्मीद है उसको मुझसे         
उसके हर इशारे को मैं वैसा ही समझूं
अच्छा, वैसा ही जैसा उसने कहा.