बेलाग
गुरुवार, 11 फ़रवरी 2010
तो मुस्कुराओ
मुस्कुराओ
क्योंकि खिलखिलाना है
खिलखिलाओ
क्योंकि हंसना है
हंसो
क्योंकि जीना है
जीओ
क्योंकि अस्तित्व है
अस्तित्व है
क्योंकि जीवन है
जीवन है
क्योंकि तुम हो
तो मुस्कुराओ
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें